शिवेश शुक्ला
प्रतापगढ़ ! प्रभु श्रीराम जैसा लोक व्यवहार और ज्ञाता इस धरती पर आज तक कोई नहीं हुआ। राम के लिए राज्य छोड़कर जंगल जाने का वरदान मांगने वाली कैकेयी के प्रति राम के मन में कभी कोई दुर्भाव नहीं रहा।
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उनका जीवन मानवीय मूल्यों की सीख देता है। यह बातें इंजीनियर महेश नारायण तिवारी के आयोजकत्व में नगर के कटरा रोड स्थित महेश प्रेम पैलेस पर आयोजित श्री राम कथा अमृत वर्षा के चौथे दिवस कथा प्रेमियों को संबोधित करते हुए अयोध्या धाम से पधारे कथा व्यास पंडित संजय कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने कही!
उन्होंने कहा कि प्रभु की भावना हमेशा सर्वश्रेष्ठ रही। क्योंकि वन से लौटकर भी वे सीधे कैकेयी से मिलने उनके भवन में गए। झांसी की मंदाकिनी ने प्रभु की उदारता का बखान करते हुए कहा कि वे दीनबंधु हैं। उनकी उदारता को हमें आत्मसात करना चाहिए !
कथा व्यास ने कहा कि सत्य की यात्रा शूली की यात्रा है। क्योंकि प्रभु को पाना स्वयं को खोए बिना संभव नहीं है।
इस दौरान मुख्य यजमान इंजीनियर पंडित महेश नारायण तिवारी के अलावा राजेश कुमार तिवारी आभा तिवारी गीता मिश्रा रामकृष्ण मिश्र राकेश तिवारी पंडित राधेश्याम शुक्ल एडवोकेट पुष्पा देवी लक्ष्मी मिश्रा अर्चना तिवारी रेखा तिवारी प्रकाश चंद्र सहित भारी संख्या में भक्तगण मौजूद रहे और कथा का आनंद उठाया !
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