वासुदेव यादव
अयाेध्या। श्री राम नगरी अयोध्या में अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण भाई ताेगड़िया ने मंगलवार काे एक नये राजनीतिक दल बनाने की घाेषणा कर दिया, जिससे 2019 में आने वाले लाेकसभा चुनाव में उनके लड़ने की सम्भावना लगायी जा रही है और पार्टी की तरफ से पीएम पद के दावेदार भी रहेंगे। उनकी पार्टी शायद राष्ट्रीय जनता पार्टी हो सकती है, पर अभी नाम तय नही है।
हालांकि उन्होंने कहाकि पार्टी के नाम की घाेषणा वह तीन महीने बाद दिल्ली में करेंगे। श्री ताेगड़िया सरयू तट स्थित परमहंस समाधि के समीप संकल्प सभा काे सम्बाेधित कर रहे थे। उन्होंने कहाकि हमारे पुरखाें ने एक सपना देखा था समृद्धि भारत, समृद्धि हिन्दू, समर्थ भारत, व सम्मान युक्त हिन्दू का। देश में कर्ज मुक्त किसान हाेगा, गृहणियाें की सुरक्षा, सस्ती शिक्षा और महंगाई मुक्त जीवन हाेगा। हमने सपना देखा कि रामजन्म स्थान पर भव्य मन्दिर का निर्माण हाेगा, जिसके लिए बड़ी संख्या में लाेगाें ने कुर्बानी दे दी। लेकिन हमारा सपना बिखर गया।
अब हम 2019 में हिन्दूओं की सरकार बनायेंगे। जाे श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मन्दिर का निर्माण करायेगी। उनके आयोजन से अयोध्या में तीन दिन तक लोग परेशान रहे। उनके शियाशी ड्रामे से लोग काफी परेशान दिखे। वही वे अयोध्या के सन्त महन्त को जोड़ने में विफल रहे। ये भाजपा से रुष्ट वोट बटोरने में जुटे रहे। इनको अयोध्या के लोगो का साथ नही मिला।
बाहरी लोग ही कार्यक्रम में शामिल रहे। अयोध्या के मुख्य सन्त महन्त इनसे दूरी बनाए रखे ताकि मठ मन्दिरो के सभी भण्डारे पुण्यतिथि महंती आदि में दक्षिणा व प्रसाद की चिट्ठी मिलती रहे व सबसे मधुर सम्बन्ध भी बना रहे। यहां के कुछ मुख्य सन्त महन्त योगी से सीधे जुड़े है। इसलिये मजबूरी में इनसे दूर दिखे ताकि इज्जत उनकी बच सके। हालाकि अयोध्या के बहुत से सन्त महन्त बाहर से राम मंदिर निर्माण की बात कह देते है। पर अंदर कभी नही चाहते कि राम मंदिर बने।
क्योकि राम मंदिर बनते ही यहां के उनके मन्दिरो की आमदनी इनकम व चढ़ोत्तरी कम हो जाएगी। धर्म के नाम पर आमदनी कम हो सकती है। इसलिये अंदर से अयोध्या के सन्त व महंत व मन्दिर के मालिक राम मंदिर के पक्ष में कभी नही खड़े होते है। यहां के बहुत से मन्दिरो में डेली हजारो से लाखों रुपए तक कि इनकम होती है।
बहरहाल तोगडिया का अयोध्या आगमन फ्लॉप ही रहा। शियाशी ड्रामेबाजी करके व वापस लौट गए। उनके दल बनाने की घोषणा से अब सन्त महन्त और ही दूर रहेंगे। 2019 लोकसभा में सबको हिन्दू का वोट चाहिए। ऐसे में अयोध्या का माहौल अभी नेता लोग और गर्म करेंगे। 25 नवम्बर को शिवसेना प्रमुख उध्दव ठाकरे भी आएंगे व हिन्दू वोट बटोरने का प्रयास करेंगे।
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