अजीज हसन सिद्दीकी
खरगूपुर, गोण्डा। राम की भक्ति आने के बाद ही मनुष्य का जीवन सफल होता है। राम की कथा वर्तमान कलिकाल में मां कालिका से भी आगे है। आज के समय में राम कथा लोगों को शक्ति यानी ऊर्जा दे रही है। मानस परिवार के तत्वावधान में इटियाथोक के दौदापुर गांव में आयोजित संगीतमय नव दिवसीय श्रीराम कथा के पहले दिन प्रेमभूषण जी महाराज ने उक्त उदबोधन दिया।
कथा की शुरूआत अयोध्या धाम की मणिरामदास छावनी से पधारे कमलनयन दास, राजकुमार दास, शीतला प्रसाद तिवारी, चन्द्रभालमणि तिवारी जी ने प्रेमभूषण जी के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर किया। छावनी के महंत कमलनयन दास जी शास्त्री ने राम के चरित्र पर चलने का आवाहन किया। श्रीराम बल्लभा कुंज के राजकुमार दास जी ने सबका आशीर्वाद लेकर कथा का वातावरण बनाया। कथा के मुख्य यजमान संतोष मणि तिवारी सपत्निक रूचि तिवारी ने प्रेम भूषण महाराज की आरती उतारी। श्रीराम कथा के सरस गायक प्रेममूर्ति महाराज ने कहा कि राम कथा सभी रोग की दवा है। इसे जो गायेगा वही तर जायेगा। श्री राम कथा की महिमा तुलसीदास जी द्वारा रचित श्रीरामचरित्र मानस के रूप में हमारे बीच उपस्थित है। हम सब अपने जीवन में श्रेष्ठ आचरण करें।
इसके अलावा हमारा आचार, विचार, व्यवहार भी श्रेष्ठ होना चाहिए। श्री राम की कृपा के बिना वह सत्संग सहज नहीं मिलता। सत्संग आनंद और कल्याण की जड़ है। जो मनुष्य इस संत समाज का प्रभाव प्रसन्न मन से सुनते और समझते हैं, वो इस शरीर के रहते ही धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष चारों फल पा जाते हैं। सत्संग के बिना विवेक नहीं होता है और श्री राम जी की कृपा के बिना वह सत्संग सहज में नहीं मिलता है। दुष्ट भी सतसंगति पाकर सुधर जाते हैं। जैसे पारस के स्पर्श से लोहा सुहावना हो जाता है, किन्तु यदि कभी सज्जन कुसंगति में पड़ जाते हैं, तो वहां भी वे साप की मणि के समान अपने गुणों का ही अनुशरण करते हैं। संत सरल ह्रदय और जगत के भलाई की ही बात करते हैं। उन्होंने शिव विवाह की विस्तृत कथा सुनाई।
कथा के दौरान पदुमनाथ तिवारी, कल्पना तिवारी, हरीश तिवारी, विश्वनाथ तिवारी, पारसनाथ तिवारी, काशी प्रसाद तिवारी, रीता तिवारी, बद्री प्रसाद तिवारी, शकुन्तला तिवारी, कमलामणि तिवारी, अम्बरीशमणि तिवारी, बल्लू तिवारी, डा0 विवेक मिश्र, डा0 सुमन, दामोदर प्रसाद शुक्ला, राम विलास मिश्र, अजय मिश्र, कमलकान्त शुक्ल, दिनेश शुक्ल, दुर्गेश मिश्र, बब्लू जैन, सतीश दूबे सहित तमाम श्रोता मौजूद रहे।




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