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सिद्धार्थनगर: पड़ोसी व सीमाई कस्बा कृष्णनगर, नेपाल में आधुनिक नेपाल के जनक पृथ्वीनारायण शाह की 297वीं जयंती भव्य तरीके से मनाई गई। इस मौके पर नेपाल मुक्ति मंच, कपिलवस्तु द्वारा विविध कार्यक्रमो का आयोजन किया गया।
सीमाई कस्बा कृष्णनगर (कपिलवस्तु) में नेमुमं द्वारा आयोजित पृथ्वी जयंती समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि डॉ. रुद्र प्रताप शाह ने कहा कि नेपाल के एकीकरण अभियान की शुरुआत काठमांडू उपत्यका के राज्य गोरखा का नरेश बनने (सन 1743) के बाद पृथ्वी शाह ने किया था। उन्होंने मल्ल राजवंश के बिखरे रियासतों को एकत्र किया और 1768 में गोरखा राज्य को नए नेपाल के रूप में परणित किया।इसी कारण उन्हें नये नेपाल का जनक कहा जाता है। उन्होंने कहा कि विश्व के इस इकलौते हिन्दू राष्ट्र को एक गहरे साजिश के तहत समाप्त कर दिया गया, जो एक कलंक है।विशिष्ट अतिथि रहे राप्रपा के केंद्रीय सह महामंत्री कृष्ण बहादुर चौधरी ने कहा कि हमारा देश पश्चिम की नकल में मात्र लगा है। हिन्दू राष्ट्र का निर्माण इस देश की जरूरत है,यदि जनमत संग्रह करा दिया जाय तो सब कुछ स्पष्ट हो जायेगा।
समारोह को राजपा के केंद्रीय सचिव रविदत्त मिश्र, चैम्बर ऑफ कॉमर्स के जिलाध्यक्ष महादेव पोखरेल,वरिष्ठ युवानेता राजकुमार शाही,उवासं उपाध्यक्ष दिनेश चंद्र गुप्ता, वार्ड अध्यक्ष संजय गुप्ता, राजकुमार चौधरी,सुनील मोदनवाल आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नेमुमं अध्यक्ष श्याम मिश्र ने किया। उक्त अवसर पर डॉ. राकेश प्रताप शाह, राकेश तिवारी, प्रेमशंकर शुक्ला, बोधेंद्र शर्मा, विनय शर्मा, नदीम खान, सोनू त्रिपाठी, राहुल सिंह,पिंटू श्रीवास्तव,रवि गुप्ता, विश्शू कंछल, रामप्रसाद चौधरी आदि की मौजूदगी रही।
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