संवाददाता
इटियाथोक, गोण्डा। नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्व विद्यालय तथा अखिल भारतीय समन्वित मसाला अनुसंधान परियोजना के संयुक्त तत्वावधान में दीनदयाल शोध संस्थान के ग्रामोदय प्रकल्प में एक दिवसीय मसाला फसलों के उत्पादन का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। मसाला फसलों के उत्पादन एवं तकनीकी प्रशिक्षण में 200 किसान शामिल हुए।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के लोगों ने विभिन्न मसाला फसलों की नवीन प्रजातियों की प्रदर्शनी लगायी। कार्यक्रम का शुभारंभ कृषि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. विक्रमा प्रसाद ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय व नानाजी देशमुख के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया।
उन्होंने मसाला फसलों की बुवाई में बढ़ोतरी कराने के साथ विभिन्न मसाला फसलों जैसे हल्दी, धनिया, अदरक, सौंफ, मेथी आदि की वैज्ञानिक खेती पर विस्तार से चर्चा करते हुए बोवाई करने के तरीकों के साथ ही मसाला फसलों की उपयोगिता एवं आय में बढ़ोतरी पर प्रकाश डाला। डॉ. सुशील कुमार सिंह ने फसलों के रख रखाव एवं रोगों तथा उनकी रोकथाम के बारे में बताया।
डॉ. आशीष सिंह, डॉ. उपेंद्र सिंह व डॉ. विंध्यवासिनी वर्मा ने भी किसानों को मसाला फसलों के बारे में महत्त्वपूर्ण जानकारियां दी। खासकर अनुसूचित जाति व अनुसूचित जन जाति किसानों के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में शामिल किसानों को दीनदयाल सोध संस्थान सचिव राम कृष्ण तिवारी व प्रशिक्षण में आये वरिष्ठ अधिकारियों ने कृषि विश्व विद्यालय द्वारा विकसित बीजों का वितरण किया।
कार्यक्रम में डॉ. जनार्दन सिंह, मनीष गुप्ता, राम कुमार, राज कुमार सहित सैकड़ों किसान शामिल रहे।
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