अमरजीत सिंह
अयोध्या ब्यूरो । मिल्कीपुर तहसील के ग्राम घुरेहटा से निकलने वाले 84 कोसी परिक्रमा मार्ग पर नहली के पुरवा से यमदग्नि ऋषि आश्रम होते हुए ग्राम पंचायत डीह पूरे बीरबल के आस्तीकन मोड़ तक तीन किलोमीटर मार्ग को पूर्वांचल विकास निधि से पक्का करने के लिए वित्तीय वर्ष 2006-07 में शिलान्यास तो किया गया था। लेकिन उसकी सूरत आज भी नहीं बदली है।अलबत्ता उस समय मार्ग पर बड़े-बड़े बोल्डर डालकर मार्ग का आवागमन जरूर बाधित कर दिया गया था।
जो वर्तमान में बड़े-बड़े गड्ढे के रूप में तब्दील हो गया है। यह मार्ग ग्राम मवई होते हुए अयोध्या- रायबरेली हाइवे पर मिल्कीपुर टेलीफोन एक्सचेंज के पास जाकर मिलता है।आलम यह है 13 वर्ष पूर्व बोल्डर (बड़ी वाली गिट्टी) पड़े मार्ग पर अब जगह-जगह काफी गहरे गड्ढे हो गए हैं। जिससे आवागमन काफी मुश्किल हो गया है। लेकिन इस मार्ग की सुधि लेने वाला कोई नहीं है।
ग्राम घुरेहटा मजरे नहली के पुरवा निवासी एडवोकेट विजय कुमार तिवारी कहते हैं कि 13 वर्ष से इसी मार्ग के बगल से क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के लग्जरी वाहन धूल उड़ाते हुए चले जाते हैं। लेकिन मार्ग को काला करने का संकल्प/शिलान्यास करने वाली संस्था और जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों को इस बदहाल मार्ग की सुधि नहीं आ रही है। कहा कि नेता केवल वोट लेने के लिए गांव की तरफ मुखातिब होते हैं।
लेकिन चुनाव होने के बाद समस्याओं के निराकरण के लिए आगे आना मुनासिब नहीं समझते हैं। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र का दुर्भाग्य है कि 13 साल पहले हुए शिलान्यास पर अभी तक काम नहीं शुरू हुआ। जबकि तब से कई दलों की कई सरकारें आईं और गईं।
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