अमरजीत सिंह
अयोध्या ब्यूरो ! मवई थाना क्षेत्र के पूरे सिटकिहा मजरे रेछ गांव मे रविवार की रात दबंगो ने एक दलित परिवार जमकर कहर बरपाया।पीड़ित की जबरन जमीन हथियाने की नीयत से धारदार औजारों से जानलेवा हमला कर पति पत्नी सहित बच्चो को भी लहूलुहान कर दिया।घटना की जानकारी किसी ने यूपी 100 पर दिया।तो यूपी 100 की पीआरवी 925 के जवानों द्वारा तत्काल मौके पर पहुंच जाने की वजह से पीड़ित परिवार की जान बच गई।हालांकि बीच बराव में दूसरे पक्ष के भी दो लोगों को भी चोटे आई है।पुलिस के जवानों ने करीब आधा दर्जन घायल लोगों को सीएचसी मवई पहुँचाया।जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने चार लोगों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया है।पुलिस की माने तो उसने एक पक्ष की तहरीर पर पांच लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है।
सिटकिहा मजरे रेछ गाँव निवासी राम कृपाल रावत उर्फ रामबाबू का आरोप है कि उनके गांव के ही मेढई और दसई उनकी संक्रमणीय जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया है।अब बाकी बची हुई जमीन पर भी कब्जा करने की नीयत से रोज कूड़ा करकट डालना शुरू कर दिया है।जिसके बारे में रविवार की शाम पूछने पर उन्होंने अपने कुछ बाहरी साथियों को बुलाया और फिर घर मे घुसकर धारदार हथियार व नुकीले औजार पछकी सहित लाठी डंडे से लैस होकर अचानक घर मे घुसकर हमला बोल दिया।हमले में राम कृपाल रावत उनकी पत्नी और पुत्र पुत्री गंभीर रूप से घायल हो गए।
इन्होंने बताया कि मारपीट के दौरान उसके छोटे छोटे बच्चे चीखते रहे पर हमलावरों को तनिक भी रहम नही आई।मारपीट में खून से लथपथ पति पत्नी जब जमीन पर गिरकर अचेत हो गए।तो हमलावर वहां से निकल गए।और किसी ने घटना की सूचना यूपी 100 पर दी।उसके बाद जब पुलिस पहुची तो पीड़ितों की जान बच सकी।वही दूसरे पक्ष के मेढई का कहना है कि रामकृपाल ने उनके घर की महिलाओं को अनायास गाली दे रहे थे जिसके बाद मारपीट हुई।थानाध्यक्ष विनोद कुमार ने बताया कि पीड़ित रामकृपाल की तहरीर पर मेडई दसई दृगपाल सहित दो अन्य के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस भी करती है रात भर परेसान
पीड़ित राम कृपाल का आरोप है कि दबंगो ने उसके घर मे घुसकर पूरे परिवार को लहूलुहान कर दिया।और मौके पर पहुंचे डायल 100 के जवान उल्टे इन्हें ही गाली देते रहे।और बेटी पत्नी के अलावा इन्हें ले जाकर सीएचसी छोड़ दिया।उधर रात लगभग 12 बजे चौकी के दरोगा उनके छोटे बेटे को अकेला छोड़ इलाज के बहाने उनके 15 वर्षीय बड़े बेटे को चौकी ले आई।पीड़ित ने बताया वो रात में बेटे की तलाश में थाना चौकी से संपर्क किया।तो कोई भी फोन नही उठाया।तब घायलावस्था में ही पीड़ित अपनी पत्नी व बेटी संग 30 किलोमीटर पैदल चलकर बाबा बाजार चौकी पहुंचा।जहां उसके बेटे से मुलाकात हुई।
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