अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर ।। संगीत साधना के माध्यम से शैक्षिक स्तर को और सुधारने तथा गुणवत्तापूर्ण बनाने के उद्देश्य से महारानी लाल कुंवरि स्नातकोत्तर महाविद्यालय में अब संगीत शिक्षा से स्नातक करने की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी । स्नातक में संगीत शिक्षा प्रदान करने के लिए सिद्धार्थ विश्वविद्यालय द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र भी प्राप्त हो चुका है ।
इस आशय की जानकारी देते हुए एमएलके पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर एनके सिंह ने बताया कि शिक्षा के लिए एकाग्रता जरूरी होती है तथा एकाग्रता के लिए संगीत साधना आवश्यक है । संगीत शिक्षा के इसी महत्व को ध्यान में रखते हुए राज्य तथा केंद्र सरकार भी संगीत शिक्षा पर जोर दे रही है । उन्होंने कहा कि महाविद्यालय के शैक्षिक गुणवत्ता के विकास के लिए प्रबंध समिति ने स्नातक कक्षा में संगीत शिक्षा शुरू करने का निर्णय लिया है जिसके लिए विश्वविद्यालय से अनुमति मांगी गई थी ।
सिद्धार्थ विश्वविद्यालय द्वारा महाविद्यालय की स्नातक कक्षा में संगीत शिक्षा शुरू करने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र प्रदान कर दिया गया है । उन्होंने आशा व्यक्त की है कि कुछ औपचारिकताएं शेष हैं जिन्हें शीघ्र पूरा करा कर शिक्षा सत्र 2019-20 में ही स्नातक कक्षाओं में संगीत शिक्षा का पाठ्यक्रम शुरू कर दिया जाएगा । छात्र-छात्राओं को अब बीए संगीत की शिक्षा यही एमएलके कॉलेज में मिल सकेगी और उन्हें संगीत शिक्षा ग्रहण करने के लिए अब बाहर नहीं जाना पड़ेगा ।
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