अमरजीत सिंह
अयोध्या । खण्डासा थाना क्षेत्र के डीलीसरैंया निवासी बीमा ऐजेंट शेष नारायण चौबे हत्याकांड की पुलिस की एफआर के बाद जांच एक बार फिर से सीबीसीआईडी गोरखपुर ने शुरू कर दिया है । टीम के सदस्यों ने घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण कर स्थानीय पुलिस के पास उपलब्ध साक्ष्यों को संकलित किया। शासन स्तर से जारी जांच आदेश के बाद सीबीसीआईडी गोरखपुर के इंस्पेक्टर श्याम सिंह द्वारा जांच शुरू करने के साथ पीड़ित परिवार में एक बार फिर न्याय की आश जगी है।
खण्डासा थाना क्षेत्र के डीलीसरैंया गांव निवासी 52 वर्षीय बीमा एजेंट शेष नारायण चौबे की 1 जनवरी 2018 को उनके घर से 400 मीटर दूर अठखम्भा टीले के पास नृशंसता पूर्वक मोटर साइकिल पर बांध कर जला कर हत्या कर दी गई थी ।हत्या के दिन शेष नारायण अपने घर से सुबह नौ बजे निकले थे और उनकी अंतिम लोकेशन रुदौली में मिली थी हत्या के बाद उनका सामान झाडियों में फेंक दिया गया था सुबह शव मिलने पर क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी रात के अंधेरे में की गई हत्या की जानकारी परिजनों को दो जनवरी को सुबह हुई और मृतक के पुत्र अंशुमान चौबे की तहरीर पर खण्डासा थाने में अज्ञात लोगों के ऊपर मुकदमा दर्ज किया गया था जिसके बाद जांच के नाम पर तीन थाना प्रभारी हटाये भी गये लेकिन मामले में किसी निष्कर्ष पर पुलिस नहीं पहुंच सकी और अन्ततः फरवरी 2019 में पुलिस ने मामला बंद कर दिया जिसको समाचार पत्रों में प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था जिसके बाद खबर का संज्ञान लेते हुए शासन ने मामले की सीबीसीआईडी जांच कराने का आदेश जारी किया।
25 जुलाई को खण्डासा थाने पहुँच कर जांच टीम ने इंस्पेक्टर श्याम सिंह के नेतृत्व में मामले की पड़ताल शुरू की खण्डासा पुलिस के साथ घटना स्थल का निरीक्षण किया और पुलिस के पास मौजूद साक्ष्यों को अपने कब्जे में लिया। छ:माह से बंद हो चुकी बिवेचना के पुनः शुरू होने पर परिवार के सदस्यों को एक बार फिर से न्याय की आश दिखाई देनी लगी है मृतक के पुत्र और वादी मुकदमा अंशुमान चौबे ने बताया कि वे अपने स्तर से जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं और चाहते हैं कि हत्यारे जल्द से जल्द कानून के कटघरे में हों।
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