अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर।। जनपद बलरामपुर के सभी क्षेत्रों में हरतालिका तीज कजरी तीज की धूम सभी शिव मंदिरों पर दिखाई दी। भोर सुबह से ही शिव मंदिरों पर जलाभिषेक का कार्यक्रम शुरु हो चुका था। हरतालिका तीज व्रत में व्रत धारी महिलाओं द्वारा सायंकाल भगवान शंकर तथा माता गौरी की विशेष पूजा करने का विधान है।
जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय के झारखंडी मंदिर तथा उतरौला मार्ग पर धर्मपुर में स्थित झारखंडेश्वर महादेव मंदिर, राजापुर भरिया जंगल में स्थित कल्पेश्वर महादेव मंदिर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी । इन मंदिरों पर बड़ी संख्या में कांवड़िए राप्ती नदी से जल लेकर रात से ही पहुंचना शुरू हो गए थे । कांवड़ियों का जगह-जगह श्रद्धालुओं द्वारा स्वागत के साथ-साथ जलपान तथा उन्हें धूप से बचाने के लिए पानी की व्यवस्था भी की गई थी । विकासखंड सदर क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग 730 बौद्ध परिपथ पर स्थित महाभारत कालीन अति प्राचीन रेणुका नाथ मंदिर में शिव भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली। मंदिर के पुजारी तथा जानकार बताते हैं कि इस मंदिर का निर्माण पांडवों ने अपने अज्ञातवास के दौरान किया था। यह भी मान्यता है कि इस मंदिर पर जलाभिषेक करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। जिला मुख्यालय से मात्र 5 किलोमीटर दूरी पर हरिहरगंज के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित होने के कारण इस मंदिर का खासा महत्व है। मंदिर पर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। जिला मुख्यालय के आसपास पोखरण नाथ महादेव व प्रकाशेश्वर नाथ महादेव मंदिरों पर भी भारी भीड़ दिखाई दी । मथुरा बाजार में राज परिवार स्थापित प्राचीन गौरीशंकर मंदिर पर भोर सुबह से ही श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक करना शुरू कर दिया था। तुलसीपुर, गैसड़ी, पचपेड़वा, गौरा, शिवपुरा, ललिया, श्रीदत्तगंज, महदेईया, सादुल्लानगर, रेहरा बाजार तथा उतरौला क्षेत्र के सभी कस्बा व ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित शिव मंदिरों पर श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर जलाभिषेक किया। उतरौला के नागेश्वर नाथ मंदिर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया । कश्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा सभी मंदिरों पर कड़े सुरक्षा प्रबंध भी किए गए थे ।
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