कृष्ण मोहन
गोण्डा:ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर के आवाहन पर स्टेशन मास्टरों ने अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध जताते हुए 15 जनवरी को डिमांड डे के रूप में मनाया |
मनकापुर स्टेशन मास्टर प्रभाकरण पांडे ने बताया कि आधी हो या बरसात ,ठंडी, गर्मी चाहे कोई त्यौहार सभी परिस्थितियों में मास्टर मुस्तैदी से ड्यूटी पर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए रेल यात्रियों को सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाने में लगा रहता है| जिसके बावजूद स्टेशन मास्टर आज संघर्ष करने को विवश है | रेलवे बोर्ड जिस स्टेशन मास्टर को अपना आईकान व ब्रांड अंबेस्टर मानता है| उन्हें स्टेशन मास्टरों से बेहिचक 12 घंटे अमानवीय ड्यूटी कर आ रहा है| जिसके विरोध में पूरे देश के सभी स्टेशन मास्टरों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताते हुए 15 जनवरी को मांग दिवस के रूप में मनाया|
स्टेशन मास्टरों का कहना है कि विगत तीन-चार दशको के सापेक्ष गाड़ियों के संख्या में बेतहाशा वृद्धि होने से उन पर कार्य करना सिर्फ बोझ बढ़ा है वर्णन नित्य नई जिम्मेदारियां भी सौंपी जा रही हैं| ऐसे में हमारी मांगे जायज हैं|
स्टेशन मास्टरों की मांग है कि लगातार 12 घंटे कार लेना तत्काल बंद किया जाए, प्रत्येक सप्ताह सिर्फ दो रात्रि ड्यूटी का रोस्टर लागू हो. एमएसीपी के तहत ५४०० ग्रेड पे दिया जाए. दोहरी लाइन मैं तो स्टेशन मास्टर की नियुक्त, सेफ्टी रिस्क अलाउंस दिया जाए, एनपीएस के साथ साथ रेलवे का निजीकरण बंद किया जाए, प्रत्येक स्टेशन पर रेस्ट रूम दिया जाए|
स्टेशन मास्टरों का कहना है कि यदि उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन आगामी 25 फरवरी 2020 को दिल्ली में विशाल रैली कर आर पार का हुंकार भरेगा |


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