जनपद बलरामपुर के तहसील उतरौला मुख्यालय पर रविवार को एम वाई उस्मानी इंटर कॉलेज में कॉंग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रियंका गांधी ने जनसभा को संबोधित किया।
जानकारी के अनुसार उतरौला में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या, किसानों की समस्या, बेरोजगारी, उपज का सही मूल्य न मिलना, आवारा पशु बताते हुए कहा कि महंगाई, बेरोजगारी जैसी समस्या धर्म, जाति को पूछ कर नही आते।
बसपा, सपा व भाजपा धर्म व जाति की राजनीति करती है। उन्होंने सवाल किया कि चुनाव के समय आतंकवाद, जाति, धर्म के मुद्दे क्यों उठते हैं।
पिछले 30 वर्षों से प्रदेश में धर्म व जाति की राजनीति हुई, इसी का फायदा उठाकर नेता राजनीति करते आ रहे हैं। कहा कि सत्ता में आने के बाद ऐसे दल अपने उद्योगपति मित्रों की स्थिति सुधारने लगते हैं।
गरीबों की स्थिति वैसी ही बनी रह जाती है। श्रीमती गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा सत्तर लाख रोजगार देने वादा कर सत्ता में आई बीजेपी ने केवल चार लाख लोगों को ही नौकरी दी।
पीएम खुद को अंतर्यामी बताते हैं लेकिन पांच साल से किसानों की समस्या बनी छुट्टा पशुओं की जानकारी उन्हें इस चुनाव में हो पाई। आज बहन बेटियां फसलों को बचाने के लिए खेतों की चौकीदारी कर रहीं हैं।
राशन में निशुल्क नमक देकर उपकार जताने के मुद्दे पर कहा कि नेता जनता का नमक खाता है, जनता कभी नेता का नमक नहीं खाती। जनता जब चाहे किसी को भी सत्ता से बेदखल कर सकती है।
कहा कि आज हर वर्ग कम आय की समस्या से जूझ रहा है। नोटबंदी, जीएसटी, कोरोना, उपज का सही मूल्य समय पर आर्थिक स्थिति खराब होने की शिकायत सभी कर रहे हैं।
जिस तरह बेटी की शादी के समय लड़के की नीयत देखी जाती है। उसी तरह नेताओं की नीयत पहचानने की जरूरत है।
बीएसपी की नेता मायावती कोरोना काल से लेकर बड़ी घटनाओं में भी बाहर नहीं निकलती हैं।
अखिलेश यादव ने भी सीएए, महिला उत्पीड़न जैसे मामलों में भी आंदोलन नहीं किया। लखीमपुर में किसानों की मौत के मामले में घर में बैठ कर बयान देते रहे।
तीनों दलों को जनहित के मामलों से कोई मतलब नही है। दोनों दलों के नेता बीजेपी से समझौता कर सकते हैं लेकिन कॉंग्रेस कभी भी बीजेपी से समझौता नहीं करेगी।
रोजगार के लिए प्रदेश के बेरोजगार दूसरे जगह जा रहे लेकिन प्रदेश में रोजगार के अवसर नहीं मिल रहे। सारे सरकारी प्रतिष्ठान अपने उद्योगपति मित्रों को बेचे जा रहे हैं।
खेती की गलत नीतियों के कारण किसानों के रोजगार के अवसर कम हो रहे हैं। किसी भी परिवार के निकम्मे बच्चों से गलत काम करवाया जा सकता है।
बीजेपी की सरकार लोगों को निकम्मा बना रही ताकि बेरोजगारी, सड़क, शिक्षा, चिकित्सा जैसे मुद्दों पर सवाल न पूछे जाएंँ।
सबसे विकसित प्रदेश होने वाला प्रदेश आज विकास में इसी लिए पिछड़ा हुआ है क्योंकि यहां जाति, धर्म की राजनीति होती है।
उन्होंने वादा किया कि हम प्रदेश में बारह लाख रोजगार देंगे, रिक्त पदों पर भर्तियां होंगी। महिलाओं के शिक्षा, स्वास्थ्य, तीन गैस सिलेंडर, छात्राओं को मोबाइल, चालीस प्रतिशत महिलाओं का नौकरियों में आरक्षण देंगे।
किसानों का कर्ज माफ करेंगे। बिजली का बिल आधा करेंगे। कोरोना काल में बिजली का बिल जमा न कर पाने वालों का पूरा बिल माफ करेंगे।
पचीस सौ रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान-गेहूं की खरीद होगी। छुट्टा जानवरों की परवरिश करने वाले किसानों से दो रुपये किलो गोबर खरीदेंगे।
बिना किसी भेदभाव के विकास कॉंग्रेस करेगी। हम समस्याओं को सुलझाने की नीति पर काम करेगी। हर समस्या के निस्तारण के लिए समय सीमा तय की जाएगी ।
उन्होंने कॉंग्रेस प्रत्याशी धीरेंद्र प्रताप सिंह के पक्ष में मतदान करने व प्रदेश में कॉंग्रेस की सरकार बनाने का अनुरोध किया। पूर्व काबीना मंत्री व कॉंग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि दो करोड़ नौकरी दिलाने का वादा करने वाले मोदी ने नौकरियों पर रोक लगा दी।
किसानों की आय दोगुनी करने का वादा कर किसानों की आय आधी कर दी। किसानों को जानवरों से फसल बचाने के रात भर जागना पड़ रहा है। कम्युनल माहौल बना दिया गया है। तीन तलाक, राम मंदिर जैसे मुद्दे इसका उदाहरण है।
कॉंग्रेस सांप्रदायिक सौहार्द बनाने का पक्षधर है। बसपा सुप्रीमो मायावती व सपा के अखिलेश यादव को मौकापरस्त बताते हुए कहा कि अल्पसंख्यक मतों का उपयोग किया लेकिन इस समाज के बेहतरी के लिए कुछ नहींं किया।
कार्यक्रम को जिलाध्यक्ष आरिस बिन खालिद, पूनम शुक्ला, आरिफा उत्साही ने भी संबोधित किया।
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