वेदव्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़।उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के दिशा निर्देश एवं जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण संजय शंकर पाण्डेय के मार्गदर्शन में जिला कारागार का जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अनुपम दुबे ने निरीक्षण किया एवं बन्दियों को विधिक रूप से जागरूक किया।
निरीक्षण के दौरान उप जेलर अफताब अहमद अंसारी द्वारा अवगत कराया गया कि जिला कारागार में 1165 बन्दी निरूद्ध है जिसमें 1007 विचाराधीन बन्दी है।
इसमें महिला 31 तथा 932 पुरूष एवं किशोर बन्दियों की संख्या 44 है। सिद्धदोष बन्दियों की संख्या 143 बतायी गयी जिसमें 05 महिला बन्दी व 138 पुरूष बन्दी शामिल है।
जेल में निरूद्ध महिला बन्दियों के साथ कुल 07 बच्चे रह रहे है। महिला बैरिक में निरूद्ध 01 महिला बन्दी गर्भवती बतायी गयी। जेल में बन्दियों के लिये कोरोना जांच की व्यवस्था है।
सचिव द्वारा जिला कारागार में स्थित महिला बैरक, पाकशाला, जेल अस्पताल, लीगल एण्ड क्लीनिक एवं वीडियो कान्फ्रेसिंग रूम सहित जेल परिसर की साफ-सफाई, महिला बन्दियों की तलाशी रूम का निरीक्षण किया गया।
प्रत्येक बैरिक में मनोरंजन के लिये टी0वी0 लगी है। इस अवसर पर उप जेलर को निर्देशित किया गया कि जिन बन्दियों को अपने मुकदमें की पैरवी हेतु निःशुल्क पैनल अधिवक्ता की आवश्यकता है उनके आवेदन पत्र लिखित रूप में प्राप्त करके उनके आवेदन पत्र रजिस्टर में अंकित करके जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय को उपलब्ध कराये जिससे बन्दियों को उनके मुकदमें की पैरवी हेतु निःशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराया जा सके।
इस अवसर पर सचिव द्वारा जिला कारागार में निरूद्ध बन्दियों को उनके अधिकारों एवं प्लीबारगेनिंग के सम्बन्ध में विधिक जानकारी देते हुये जागरूक किया गया।
इस अवसर पर जेल विजिटर विश्वनाथ प्रसाद त्रिपाठी एडवोकेट द्वारा किशोर बन्दियों को उनके विधिक अधिकारों एवं प्लीबारगेनिंग तथा जमानत के सम्बन्ध में विधिक जानकारी देते हुये जागरूक किया गया।
निरीक्षण के दौरान उप जेलर द्वारा जानकारी दी गयी कि जेल में निरूद्ध अधिकांश सिद्धदोष बन्दियों की अपील हो चुकी है, जिन बन्दियों की अपील नही हुई है उनके अपील किये जाने हेतु कार्यवाही करायी जा रही है जो सम्बन्धित न्यायालयों में विचाराधीन है।
जेल निरीक्षण के दौरान जेल अधिकारी को निर्देशित किया गया कि जिला कारागार की प्रतिदिन साफ-सफाई कराने के साथ-साथ सेनेटाइज कराया जाये।
जेल में स्थापित लीगल एण्ड क्लीनिक को नियमित रूप से संचालित करते हुये अभिलेखों को दुरूस्त किया जाये।
इस अवसर पर उप जेलर अफताब अहमद अंसारी, उप जेलर सुनील कुमार द्विवेदी उपस्थित रहे।
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