Type Here to Get Search Results !

Bottom Ad

अधिवक्ताओं पर प्राणघातक हमले के विरोध में नेशनल हाइवे पर वकीलों का हुआ विरोध प्रदर्शन


                               वीडियो


कुलदीप तिवारी 

लालगंज प्रतापगढ़। लालगंज कोतवाली के रायगढ़ गांव में गुरूवार की देर शाम संयुक्त अधिवक्ता संघ के महामंत्री शेष तिवारी तथा अधिवक्ता कुलदीप तिवारी पर प्राणघातक हमले को लेकर वकील आक्रोशित हो उठे। 


हालांकि घटना की देर रात ही पुलिस ने घायल अधिवक्ताओं का मेडिकल परीक्षण कराते हुए गांव के प्रधान समेत चार नामजद आरोपियो के खिलाफ हत्या के प्रयास तथा लूट समेत कई गंभीर धाराओं मे केस दर्ज कर लिया है। 


पुलिस आरोपियो की तलाश मे रात से ही दबिश मे जुटी बतायी जाती है। घटना के विरोध मे लालगंज के वकीलों ने शुक्रवार को नेशनल हाइवे पर धरना प्रदर्शन कर घंटो विरोध जताया। 


हालांकि पुलिस ने शुक्रवार की सुबह घटना के मुख्य आरोपी नरई प्रधान रायगढ़ निवासी बृजलाल सरोज उर्फ पिंटू को हिरासत मे ले लिया। दोपहर बाद उसे पुलिस ने जेल भेज दिया।


तहसील के दो अधिवक्ताओं पर गुरूवार की देर शाम हुए कातिलाने हमले को लेकर शुक्रवार को यहां साथियों में जबरदस्त आक्रोश पनप उठा। नाराज वकीलो का भारी समूह तहसील परिसर मे सुबह ही एकत्रित हो उठा। 


प्रशासन के खिलाफ परिसर मे नारेबाजी करते हुए वकील नेशनल हाइवे पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन जताने लगे। सीओ को ज्ञापन देने निकला वकीलो का जत्था उनके कार्यालय पर पहुंचा तो वहां सीओ को न देखकर पारा और चढ़ गया। नाराज वकीलो ने सीओ कार्यालय के सामने नेशनल हाइवे पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। 


वकीलों की नारेबाजी तथा सडक पर धरना प्रदर्शन को लेकर अफरातफरी का माहौल बन गया। नेशनल हाइवे पर रायबरेली तथा प्रतापगढ़ की ओर से आने वाले वाहनो का लम्बा कतार घंटो जाम का माहौल बनाये दिखा। 


वहीं हाइवे पर ही वकीलो के विरोध प्रदर्शन के देख स्थानीय पुलिस प्रशासन के हाथ पंाव फूल उठे। वकीलों ने धरना स्थल पर मौजूद लालगंज प्रभारी निरीक्षक कमलेश पाल से जिले के एएसपी को बुलवाये जाने की मांग रखी। 


वकीलों के विरोध प्रदर्शन की भनक एसपी सतपाल अंतिल को लग गयी। एसपी ने रूरल बार के अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल तथा संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी महेश से फोनिक वार्ता कर आरोपियो के खिलाफ कडी कार्रवाई का भरोसा दिलाया। 


एएसपी रोहित मिश्र के जिलामुख्यालय से बाहर होने की स्थिति में इधर एसपी की डांट पर सीओ रामसूरत सोनकर भी मौके पर आननफानन मे पहुंचे। सीओ को वकीलों ने एसपी के नाम संबोधित ज्ञापन में आरोपियो की गिरफ्तारी के साथ उन पर रासुका लगाये जाने की मांग उठायी है। 


सीओ ने स्वयं के नेतृत्व में आरोपियो की गिरफ्तारी के साथ कडी कार्रवाई का भरोसा दिलाकर वकीलों का गुस्सा शांत कराया। घंटे भर बाद किसी तरह नेशनल हाइवे पर यातायात बहाल हो सका। 


तब जाकर स्थानीय पुलिस ने राहत की सांस ली। इधर अधिवक्ता संघ के महामंत्री शेष तिवारी ने दी गई तहरीर मे कहा है कि वह सत्रह नवंबर को शाम करीब साढे पांच बजे तहसील के अधिवक्ता संजय पाण्डेय के घर उनकी पत्नी के निधन पर संवेदना जताकर वापस लौट रहे थे। 


रास्ते मे रायगढ़ गांव के पास वह अपने एक मुवक्किल से बातचीत करने लगे। इस पर विपक्षी गांव के ही बृजलाल उर्फ पिंटू पुत्र दयाराम, राजेन्द्र पुत्र शिवलाल, जमुना पुत्र पुत्तीलाल व देशराज पुत्र सुखदेव उनकी ब्रेजा गाड़ी पर तोडफोड करने लगे। 


आरोपी अधिवक्ता तथा उनके साथी कुलदीप तिवारी को घसीट कर मारने लगे। जानलेवा हमले के साथ आरोपियो ने पीडित अधिवक्ता की जेब से मोबाइल तथा बीस हजार रूपये लूट लिया। हमले में अधिवक्ता शेष तिवारी बेहोश हो गये। 


पुलिस ने वकील की तहरीर पर आरोपी बृजलाल उर्फ पिंटू समेत चार के खिलाफ हत्या के प्रयास, लूट, मारपीट व गालीगलौज तथा तोडफोड समेत कई गंभीर धाराओं मे केस दर्ज किया है। 


धरना प्रदर्शन के दौरान वरिष्ठ उपाध्यक्ष शहजाद अंसारी, उपाध्यक्ष बीके तिवारी, राममोहन सिंह, देवी प्रसाद मिश्र, अजय शुक्ल गुडडू, संतोष पाण्डेय, विपिन शुक्ल, घनश्याम मिश्र, आशीष तिवारी, दिनेश मिश्र, शैलेन्द्र सिंह, सिंटू मिश्र, विनय शुक्ल, प्रमोद सिंह, सुरेन्द्र सिंह, प्रमोद तिवारी, नामवर सिंह आदि अधिवक्ता रहे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad



 

Below Post Ad

5/vgrid/खबरे