गोण्डा: फर्जी बारासत मामले में महिला ने मृतक की एकमात्र उत्तराधिकारी होने का दावा पेश करते हुए लेखपाल द्वारा की गई विरासत को सही ठहराया है उप जिला अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर झूठी शिकायत करने वालों पर कार्यवाही की मांग की है।
मनकापुर तहसील क्षेत्र के ग्राम गढ़रही निवासी श्यामलाल ने तहसीलदार को शिकायती पत्र देकर कहा था कि उनके बड़े पिता छांगुर पुत्र नान्हू की संपत्ति को राममुना देवी पत्नी दुलारे निवासी दुर्जनपुर ने फर्जी वरासत कराकर जमीन को बेच दिया है ।
जिसमें तहसीलदार द्वारा जांच कराई गई और लेखपाल का फर्जी वरासत का दोषी पाते हुए रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को प्रेषित कर दी गई।
वही राममुना देवी पत्नी दुलारे ने वरासत को सही ठहराते हुए उप जिला अधिकारी को प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि वह मृतक छांगुर पुत्र नानहू की एकमात्र विवाहित पुत्री हैं जिनका उनकी संपत्ति पर पूर्ण अधिकार है ।
लेखपाल व राजस्व निरीक्षक ने गांव में जाकर सत्यापन करने के बाद मृतक छांगुर की संपत्ति को उनके नाम कर दिया। महिला ने कुछ आवश्यक कारणों से जमीन का कुछ अंश बैनामा कर दिया उन्होंने बताया कि विपक्षी श्यामलाल उस जमीन को खुद लेना चाहते थे जब उन्होंने जमीन देने से विपक्षी को मना कर दिया तब अनावश्यक दबाव लेखपाल व अन्य अधिकारियों पर बनाने के लिए बार-बार शिकायत करते है।
विपक्षी श्यामलाल जालसाज पर दबंग किस्म का व्यक्ति है अधिकारियों को गुमराह कर फर्जी शिकायत करते हैं जिसकी जांच करा कर विपक्षी श्यामलाल पर कार्यवाही करने की मांग उप जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर की गई है।
वही उपजिलाधिकारी आकाश सिंह से बात करने का प्रयास किया गया उनका फ़ोन रिसीव नही हुआ।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ