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प्रतापगढ़:जिलाधिकारी की अध्यक्षता में भूमि एवं जल संरक्षण समिति की बैठक सम्पन्न



वेदव्यास त्रिपाठी 

प्रतापगढ़। जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय के सभागार में भूमि एवं जल संरक्षण समिति की बैठक सम्पन्न हुई। 


इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी ईशा प्रिया, उप कृषि निदेशक डा0 रघुराज सिंह, भूमि संरक्षण अधिकारी-प्रथम डा0 रमेश चन्द्र, भूमि संरक्षण अधिकारी-द्वितीय विनोद कुमार, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी राजेश कुमार सिंह, जिला उद्यान अधिकारी डा0 सीमा सिंह राणा, जिला कृषि अधिकारी अश्वनी कुमार सिंह सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।  


बैठक में भूमि संरक्षण अधिकारी-प्रथम डा0 रमेश चन्द्र द्वारा पूर्व वर्ष में समिति द्वारा अनुमोदित किये गये कार्यवृत्त के अनुपालन के सम्बन्ध में सदस्यों को अवगत कराया जिसमें पूर्व वित्तीय वर्ष में पंडित दीनदयाल उपाध्याय किसान समृद्धि योजना में भूमि संरक्षण प्रथम इकाई एवं द्वितीय इकाई द्वारा क्रमशः 370.84 हेक्टेयर एवं 278.74 हेक्टेयर क्षेत्र का उपचार किया गया। 


खेत-तालाब योजनान्तर्गत प्रथम इकाई द्वारा 23 खेत-तालाब एवं इकाई द्वितीय द्वारा 24 खेत तालाबों का निर्माण कराया गया है। नाबार्ड योजना से पूर्व में निष्पादित परियोजनाओं के संरचनाओं में हुये टूट-फूट का मरम्मत कार्य कराकर अनुमोदित व्यय का उपभोग कर लिया गया। 


उन्होने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 हेतु इकाई प्रथम एवं द्वितीय द्वारा क्रमशः पंडित दीनदयाल उपाध्याय किसान समृद्धि योजना में 1040.33 हेक्टेयर एवं 726.02 हेक्टेयर समस्याग्रस्त क्षेत्रों का उपचार कराने के लिये अनुमोदन हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया। 


इसी क्रम में मनरेगा योजना हेतु इकाई प्रथम एवं द्वितीय द्वारा क्रमशः 355.86 हेक्टेयर एवं 278.22 हेक्टेयर समस्याग्रस्त क्षेत्रों का उपचार कराने के लिये अनुमोदन हेतु प्रस्ताव प्रेषित किया गया। 


वित्तीय वर्ष 2022-23 में संचालित खेत तालाब योजना के प्रगति के सम्बन्ध में भूमि संरक्षण अधिकारी प्रथम द्वारा बताया गया कि मुख्यालय द्वारा जनपद को 18 तालाबों का लक्ष्य प्राप्त है जिसके सापेक्ष 11 तालाबों का कार्य निर्माणाधीन है, शेष तालाबों का कार्य मुख्यालय द्वारा पंजीकृत कृषकों को टोकन कन्फर्म होने पर विभागीय निर्देश के अनुसार सत्यापन कार्य पूर्ण कर प्रारम्भ कर लिया जायेगा।


समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि भूमि संरक्षण की दोनो इकाईयों में विकास खण्ड का आवंटन नही है जिस कारण दोनो इकाई एक ही विकास खण्ड में कार्य निष्पादित कर रहे है, इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि दोनो इकाईयों के मध्य विकास खण्ड का आवंटन शीघ्र कर दिया जाये एवं योजनाओं जैसे खेत तालाब योजना के प्रचार प्रसार हेतु उप कृषि निदेशक कार्यालय एवं विकास भवन के परिसर में योजना से सम्बन्धित दिशा निर्देश के होर्डिंग लगाये जाये तथा उप कृषि निदेशक को निर्देशित किया गया कि विभागीय पोर्टल के माध्यम से पंजीकृत कृषकों के रजिस्टर्ड फोन नम्बर पर एस0एम0एस0 के माध्यम से योजनाओं के बारे में सूचित करें। 


उन्होने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया है कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय किसान समृद्धि योजना से समस्याग्रस्त क्षेत्रों का उपचार करायें और शासन की अन्य योजनाओं का सकुशल सम्पादन करें इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाये।

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