Misappropriation of government money by staying on arbitrary counters in Mankapur tehsil
Adv.Syam lal shukla
गोण्डा:मनकापुर तहसील इकाई पर विभिन्न मलाईदार पटलों पर रसूखदार कर्मचारियों की सालों साल सम्बद्धता चली आ रही है । प्रशासन इस कदर अनियमितताओं का शिकार हुआ है कि तमाम फील्ड के कर्मचारी सालों साल फील्ड के साथ न्यायालय पटल पर अपनी सम्बद्धता करा कर वादकारियों अधिवक्ताओं को मामूली काम के लिए मोटी रकम देने को मजबूर किया जा रहा है। अब आइये उप जिलाधिकारी मनकापुर के न्याय लिपिक जो तहसीलदार मनकापुर के राजस्व लिपिक हैं, वर्षो से सम्बद्ध किया गया है । वहीं न्याय लिपिक राजेश कुमार पांडेय को आशुलिपिक बना दिया गया । फौजदारी अहलमद राकेश कुमार पांडेय संग्रह विभाग से सम्बद्ध कर दिये गए, यही नहीं, संग्रह अमीन ऊधौ प्रसाद तहसीलदार न्यायिक मनकापुर के यहाँ सम्बद्ध हैं, तो ए डब्ल्यू बी एन रबी श्रीवास्तव राजस्व लिपिक के पद पर आ गये। आम जनता से जुडे कम्प्यूटर विभाग पर नजर डालें तो, पूर्व में कम्प्यूटर प्रभारी लेखपाल सत्यदेव मिश्र अन्य तहसील में रा निरीक्षक होने के बावजूद मनकापुर सम्बद्ध हो गये । शासन व परिषद ने सम्बद्धता के जो नियम बनाये थे, उसका अतापता नहीं, सब मनमानी का खेल चल रहा है । ताजा मामला प्रकाश में आया है कि, इस तकनीक के युग में कई पटलों पर कम्प्यूटर नहीं लगा है ,लगना था लेकिन कम्प्यूटर न खरीद कर मनमानी तरीके से मंहगे दाम वाले घटिया फर्नीचर खरीद लिये गये । भ्रष्टाचार ,अराजकता, अनियमितता की अधिकारियों से शिकायत आई गई बात हो गई। शिकायतों की जांच आरोपी को सौंप दी जाती है, कार्यवाही के नाम पर जांच में भ्रष्टाचार का दूसरा मामला बन जाता है । केंद्र और राज्य की भाजपा नेतृत्व वाली सरकार भ्रष्टाचार पर जीरोटालरेंश का दावा कागजी व मंचों पर दिखती है । कार्यालयों में भ्रष्टाचार कई गुना बढ गया है ,जनता करे तो क्या करे?
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