नवाबगंज:सड़क निर्माण के सरकारी दावे को मुंह चिढ़ा रही गड्ढे में तब्दील यह सड़क



पं श्याम त्रिपाठी/बनारसी मौर्या 

नवाबगंज (गोण्डा)।सरकार सड़क बनाने को लेकर प्रयासरत है सरकार दावा कर रही है की जितनी भी सड़के है सब को गड्ढा मुक्त किया गया है।पर केंद्र सरकार को 8 साल से अधिक व राज्य सरकार 6 साल का कार्यकाल पूरा कर चुकी है।कुछ सड़क ऐसी भी है जो बनने के बाद अधिकारी व जनप्रतिनिधि भूल गए कि सड़क की मरम्मत भी कराई जाती है।



क्षेत्र के सीमा पर गोहन्ना से मनकापुर नवाबगज मार्ग लगभग 7 किलोमीटर सड़क 25 साल पहले बनाई गई थी जिसपर यहां के 9 ग्रामपंचायतों के लोगो का आवागमन रहता है बाहरी लोग भी इसी रास्ते बिना मनकापुर गए मसकनवा मार्ग पर जा सकते है।



25 साल पहले बनी सड़क बनने के 5 सालों बाद ही टूट कर क्षतिग्रस्त हो गयी थी जिसको मरम्मत के लिए  ग्रामीणों ने कई बार स्थानीय विधायक ,सांसद से मांग की थी पर ऐसा लगता है सड़क मरम्मत का ध्यान किसी को नही रहता ऐसा भी नही की जनप्रतिनिधि इस सड़क से नही गुजरते जब से सड़क जर्जर हुई तब से कई चुनाव हुए और सबका यहां वोट मांगने के लिए आना हुआ जनता को हर बार आश्वासन मिला कि इस बार चुनाव जीते तो इस सड़क की मरमत की जायेगी पर चुनाव खत्म होते है सड़क का ध्यान नही रहता।



प्रत्येक दिन इस सड़क से 2 हजार लोगों का आवागमन रहता है।स्कूली बच्चे साईकल से जाते डरते है अगर गिर गए तो सड़क पर बड़ेबड़े पत्थर से चोटिल हो जाते है लोग पैदल नही चल सकते इस सड़क पर ।गोहन्ना से होते हुए महादेवा,सतिया सुरजापुर,परसापुरथनवा हरदवा गांव से होते हुए टिकरी जंगल मे मुख्य मार्ग पर बने माता मंदिर तक जाने वाली सड़क को विभाग भी शायद भूल गया है कि यहां कोई सड़क है जो पहले बनाई गई ।



महादेवा गांव के रहने वाले प्रशांत शुक्ला कहते है कि उनकी उम्र 35 साल है जब वो 9 साल के थे तब सड़क का निर्माण हुआ था उसके बाद कभी इस सड़क पर मरम्मत नही हुई इतनी बत्तर स्थिति सड़क की हो चुकी है गांव के पूर्व प्रधान राज शुक्ला ने बताया कि  बाइक या साईकल से चलना तो दूर की बात है इसपे पैदल नही चल सकते।



यही के संदीप जो पेशे से वकील है रोज इसी रास्ते कचेहरी जाते है कहते है आये दिन सड़क खराब होने से बाइक पंक्चर हो जाती है कई बार अधिकारी व जनप्रतिनिधियों से इस कि मरम्मत के लिए कहा गया पर इस पर कोई कार्य नही हुआ।



सतिया गांव के किसान रामकृष्ण शुक्ला कहते है इस सड़क को बना कर विभाग भूल गया है शायद हर जगह की सड़कों का कई बार मरम्मत होता रहता है पर इसपर कोई कार्य नही हुआ।जब चुनाव आता है तब इसको बनाने के सभी नेता वादे करते है चुनाव खत्म होते ही सड़क का खयाल खत्म हो जाता है।



सुरजापुर के रहने वाले समाजसेवी छैलू तिवारी  ने कहा लोगो को रोज व्यवसाय बच्चो को स्कूल इसी रास्ते से होकर जाना पड़ता है आये दिन बच्चे सड़क पर गिर कर चोटिल होते है।इस बारे में कई बार स्थानीय विधायक व सांसद से सड़क निर्माण के लिए कहा गया पर इसका निर्माण नही हुआ है ।



नवाबगंज मनकापुर व जंगल किनारे बसे करीब एक दर्जन गांवों के लोगों की दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रही है लोगों की आशा अभी भी है कि इस सड़क मार्ग का कुछ हला भला होगा इसी इंतजार में लोग टकटकी लगाकर जनप्रतिनिधियों की तरफ देख रहे हैं कब होगा भविष्य का यक्ष प्रश्न है।

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