अभय शुक्ला
लालगंज, प्रतापगढ़। विकासखण्ड लक्ष्मणपुर अन्तर्गत पूरे बोधराम काछा में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में श्रोताओं की भीड़ उमड़ रही है। कथा के तीसरे दिन कथाव्यास आचार्य विनोदानंद मिश्र शास्त्री जी महराज ने भागवत कथा प्रसंग में शती चरित्र एवं भरत के भातृत्व प्रेम का वर्णन किया। कथाव्यास ने बताया कि कलियुग में भागवत कथा श्रवण करने मात्र से मनुष्य सहश्र्र पुण्य को प्राप्त करता है। उन्होंने कहा कि सच्चे मन से भगवान की भक्ति का भगवान भक्त को बिना कुछ मांगे ही उसकी समस्त मनोकामना पूर्ण करते हैं। कथाव्यास विनोदानंद जी ने बताया कि मानव सत्संग से अपने जीवन को संवार सकता है। इस मौके पर जयप्रकाश शुक्ल, अमित शुक्ल, देवमणि, हरिवंश, सिद्धार्थ, करूणेश तिवारी, डा. सच्चिदानंद त्रिपाठी, डा. अरूण रत्नाकर, दयाशंकर तिवारी आदि मौजूद रहे।


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