बनारसी मौर्या/अविनाश श्रीवास्तव
नवाबगंज गोंडा। कटरा शिवदयालगंज बाजार में चल रही श्री अवध रामलीला समिति के तत्वाधान में 12 दिवसीय श्री रामलीला महोत्सव के छठवें दिन अशोक वाटिका, लंका दहन की लीला का मंचन किया गया । लीला का शुभारंभ श्री हनुमान जी की सुंदर झांकी सजाकर पूजन अर्चन से हुआ । जिसके बाद राम जी लक्ष्मण को सुग्रीव के पास भेजते हैं । जो अपने राज पाठ में मग्न होकर रामकाज को भूल बैठे थे । फिर सुग्रीव, हनुमान, जामवंत, अंगद, नल, नील आदि मिलकर योजना बनाकर माता सीता की खोज करना शुरू किया । इस प्रकार सुग्रीव जी ने चारों दिशाओं में चार दाल में सी को विभाजित कर माता सीता की खोज प्रारंभ किया । खोज करते-करते अंगद के दल के सैनिक सेतुबंध रामेश्वरम के तट पर पहुंचकर निराश होकर बैठ जाते हैं । तभी संपत्ति का संवाद होता है , और हनुमान अंगद जामवंत को गिद्धराज जटायु के भाई संपत्ति 100 योजन किस समुद्र के उसे पर लंका प्रेमी माता सीता के बारे में जानकारी देते हैं । जिसे सुन समुद्र को पार करने के लिए चर्चा होने लगी । इतने में जामवंत जी, अंगद जी ,नल, नील आदि ने हनुमान जी को उनके बल और साहस को याद दिलाया , तथा हनुमान जी विकराल रूप धारण कर समुद्र आकाश मार्ग से पर कर लंका पुरी में पहुंचते हैं । जहां पर सुरसा लंकनी आदि को मारते हुए भक्त विभीषण के कक्ष में पहुंचते हैं । जहां से माता जानकी की जानकारी प्राप्त होती है । हनुमान जी रावण के सयन कच्छ में जाते हैं । फिर सीधे अशोक वाटिका में पहुंचते हैं । जहां पेड़ की डाली पर छुपकर रावण के और उनके सैनिकों के सारे कुकरित को देखते हैं । फिर प्रभु श्री राम द्वारा दी गई मुंदरी माता सीता के आंचल में गिरा देते हैं । इस प्रकार माता सीता से भेंट कर कुशल जानकर अशोक वाटिका में ही फल खाते हैं , बाग गुजरते उजाड़ते हैं , और भीषण संग्राम करते हैं । इस युद्ध में अक्षय कुमार मारा जाता है , जिससे क्रोधित होकर रावण अपने सबसे प्रतापी पुत्र मेघनाथ को अशोक वाटिका में भेजता है । मेघनाथ अशोक वाटिका में पहुंचकर हनुमान जी को बंदी बना लेते हैं , और दरबार में पेश किया जाता है । जहां हनुमान जी के पूछ में आग लगा दी जाती है ,और हनुमान जी एक विभीषण की कुटिया को छोड़कर सारी लंका नगरी को जलाकर खाक कर देते हैं । आज की लीला में मुख्य किरदार निभाने वालों में राम शिबू गुप्ता , लक्ष्मण सर्वेश गुप्ता, हनुमान अमित राय, सुग्रीव रंजीत कसौधन, बाली अनूप कुमार गुप्ता पॉपुलर , रावण गौरी शंकर गुप्ता , मेघनाथ रजनीश कमलापुरी , अंगद शुभम गुप्ता, जामवंत महेंद्र कसौधन, सहित दर्जनों कलाकारों ने अपने-अपने अभिनय से दर्शकों को आनंदित करते रहे । कार्यक्रम का संचालन विनोद कुमार गुप्ता व निर्देशक कपिलनाथ गुप्ता रहे ।


एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ