पं श्याम त्रिपाठी
डेस्क:खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ के खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए कुश्ती संघ को रद्द कर दिया है। जिससे राजनीतिक गलियारों से लेकर खेल जगत में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
बता दें कि अभी दो दिन कैसरगंज के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी प्रत्याशी संजय सिंह 40 वोट पाकर अपने प्रतिद्वंद्वी को पराजित करते हुए अध्यक्ष पद पर कब्जा लिया था। इसके बाद कुश्ती संघ के खिलाड़ियों की नाराजगी भी देखने को मिली थी। मामले ने इतना तूल पकड़ा था कि कुश्ती संघ के खिलाड़ी ने कुश्ती खेलने से ही संन्यास ले लिया। वही मिले अवार्ड को भी प्रधानमंत्री आवास के सामने रखकर वापस करने का वीडियो भी सामने आया था।
खेल मंत्रालय ने WFI के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए तत्कालीन नवअध्यक्ष संजय सिंह को निलंबित कर दिया है। खेल मंत्रालय ने नए अध्यक्ष की मान्यता को रद्द करते हुए उनके द्वारा किए जाने वाले सभी फैसलों पर रोक लगा दी है। मिल रही खबरों के मुताबिक नव निर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह ने निर्वाचित होने के बाद कई फैसले लिए थे जिस पर खेल मंत्रालय ने पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है।बताया जाता है कि संजय सिंह ने नियमों के खिलाफ जाकर टूर्नामेंट का फैसला लिया था। इसीलिए खेल मंत्रालय ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह समेत कुश्ती संघ कार्यकारिणी (टीम) को निलंबित कर दिया है।
फिर हाल इस बाबत नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह का सोशल मीडिया पर मीडिया को बयान देते हुए एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें संजय सिंह मीडिया को बयान देते हुए कह रहे हैं कि मैं अभी फ्लाइट में था, मुझे अभी बहुत डिटेल पता नहीं, मुझे अभी उसका लेटर नहीं मिला है। वो लेटर लेने के बाद फिर बताता हूं क्या करना है क्या नही करना है।अभी कोई कमेंट नहीं, केवल सुनने में मेरे आया है कि एक्टिविटी पर मेरे रोक लगाया है। क्या एक्टिविटी पर रोक लगाया है क्या नहीं है उसको मैं देख लेता हूं फिर बताता हूं, अभी कोई कमेंट नहीं, केवल एक्टिविटी पर जो सुनने आया है केवल एक्टिविटी पर रोक लगाया है। जो भी है अभी कोई कमेंट नहीं है पहले लेटर में अपना देख लेता हूं, नो कमेंट ना कमेंट!
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ