अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय स्थित एमएलके पीजी कॉलेज के वनस्पति विज्ञान विभाग में शनिवार को महाविद्यालय के पुरातन छात्र गोंडा जनपद मुख्यालय के एलबीएस डिग्री कॉलेज मे वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष के पद से सेवानिवृत प्राध्यापक प्रोफेसर श्रवण कुमार श्रीवास्तव को एमएलके कॉलेज में वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ राजीव रंजन व उनके सहयोगियों तथा पायनियर पब्लिक स्कूल के प्रबंध निदेशक डॉक्टर एमपी तिवारी द्वारा अंग वस्त्र तथा स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया ।
12 जुलाई को एमएलके पीजी कॉलेज के वनस्पति विज्ञान विभाग में विभागाध्यक्ष डॉ राजीव रंजन के नेतृत्व में आयोजित एक सादे समारोह में महाविद्यालय के पुरातन छात्र रह चुके गोंडा जिले के श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज में वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष पद से सेवानिवृत्ति प्राप्त कर पहली बार महाविद्यालय मे आने पर प्रोफेसर श्रवण कुमार श्रीवास्तव का स्वागत अभिनंदन किया गया । कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पायनियर पब्लिक स्कूल के प्रबंध निदेशक डॉक्टर एमपी तिवारी के साथ कार्यक्रम संयोजक विभागाध्यक्ष डॉ राजीव रंजन तथा उनके सहयोगियों डॉ मोहम्मद अकमल तथा वीर प्रताप सिंह ने अंग वस्त्र तथा स्मृतिचिन्ह भेंट कर सम्मानित किया । प्रोफेसर श्रीवास्तव ने 1986 में एमएलके पीजी कॉलेज से वनस्पति विज्ञान विषय से स्नाकोत्तर की परीक्षा उत्तीर्ण की । उन्होंने एमएलके कॉलेज से ही वनस्पति शास्त्र से पीएचडी पूर्ण किया । प्रोफेसर श्रीवास्तव ने मार्च 1991 में एलबीएस डिग्री कॉलेज में बतौर प्रवक्ता अध्यापन कार्य शुरू किया और 30 जून 2025 को वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष के पद से सेवानिवृत हुए । इस दौरान उनके राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय 22 थीसिस पेपर प्रकाशित किए गए । उन्होंने 55 राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में प्रतिभाग किया । वर्ष 2023 में प्रोफेसर श्रीवास्तव को डाक्ट्रेट ऑफ़ साइंस विज्ञान विषय में मानद उपाधि प्रदान की गई । उन्होंने बताया कि वनस्पतियों से उनका विशेष लगाव है, इसीलिए उन्होंने पर्यावरण संरक्षण क्षेत्र में कार्य शुरू किया है । उन्होंने अब तक अलग-अलग स्थान पर कई हजार पौधों को रोपित करवाया है । उन्होंने अपने नर्सरी के अंदर तरह-तरह के पौधों को तैयार करके अलग-अलग स्थान पर प्लांटेशन करने का बीड़ा उठाया है । उन्होंने बताया कि शनिवारको आदि शक्ति मां पाटेश्वरी देवी का दर्शन पूजन अर्चन किया और कई दर्जन पौधे आरोपित करने के लिए उपलब्ध कराया, जिसमें नागलिंगम नाम का एकविशेष पौधा भी शामिल है । यह पौधा नाग फ़न के समान पुष्प तथा शिवलिंग के समान पत्ता दिखाई देता है । एनवायरमेंट तथा आयुर्वेद की दृष्टि से भी यह पौधा काफी लाभप्रद है । उन्होंने बताया कि नए-नए बच्चों की नर्सरी तैयार कर पौध रोपण का प्रक्रिया सतत जारी रहेगा ।
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