अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर तथा श्रावस्ती में संचालित वाइब्रेंट विलेज योजना का मुख्य उद्देश्य सीमावर्ती गांवों का समग्र विकास करना है ताकि वहां बुनियादी ढांचे, आजीविका के अवसरों और जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सके। इसके अंतर्गत, सीमावर्ती क्षेत्रों से पलायन को रोकना, सीमा सुरक्षा को मजबूत करना, और स्थानीय संसाधनों का उपयोग करके पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देना शामिल है।
यह बातें शुक्रवार को 51 वीं यू पी बटालियन एन सी सी के तत्वावधान में आयोजित सिरसिया श्रावस्ती में चल रहे ट्रैकिंग के दौरान बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अरविन्द प्रताप सिंह पटवाल ने कही। फॉरेस्ट तकिया चौकी अंतर्गत ग्राम बड़ी तकिया व रामपुर बांध स्थित ग्राम ग़द्दापुर में आयोजित वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम में उपस्थित कैडेटों व ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कर्नल पटवाल ने कहा कि वाइब्रेंट विलेज योजना का महत्व उत्तरी सीमावर्ती गांवों का विकास कर वहां के निवासियों के जीवन स्तर में सुधार करना है, जिससे पलायन रुक सके और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती मिले। यह योजना बुनियादी ढांचे, आर्थिक अवसरों और आजीविका के साधनों को विकसित करती है, जैसे कि सड़कें, पर्यटन और स्थानीय उत्पादों पर आधारित व्यवसाय आदि। सीएचसी सिरसिया के डॉ प्रवीन कुमार ने ग्रामीणों व कैडेटों को तम्बाकू सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों से अवगत कराते हुए कहा कि तम्बाकू सेवन के दुष्परिणामों में कैंसर, हृदय रोग, स्ट्रोक और श्वसन संबंधी बीमारियाँ (जैसे सीओपीडी) शामिल हैं। यह प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित करता है और त्वचा तथा दांतों को नुकसान पहुंचाता है। इसके अलावा, यह रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है।तम्बाकू चबाने और धूम्रपान से मुंह, गले, फेफड़े, पेट, मूत्राशय और शरीर के कई अन्य अंगों में कैंसर हो सकता है। इस दौरान डीपीआरओ के सहयोग से सफाई व स्वच्छता कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। इसके अतिरिक्त विभिन्न निदेशालयों से आये कैडेटों ने अपने निर्धारित रूट पर ट्रैकिंग भी किया। कार्यक्रम में बटालियन के अधिकारी, समस्त निदेशालयों के एसोसिएट एन सी सी अधिकारी, सूबेदार मेजर बिनय घोष, ट्रेनिंग जेसीओ सूबेदार नन्द सिंह, सतबीर सिंह व कुलदीप सिंह सहित पी आई स्टाफ मौजूद रहे।
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