अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर के अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पायनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कालेज में शुक्रवार को लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल का जयंती धूमधाम से मनाया गया।
31 अक्टूबर को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पाॅयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड काॅलेज में ‘सरदार वल्लभ भाई पटेल‘ का जयंती मनाया गया। विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एमपी तिवारी ने मुख्य अतिथि डाॅ0 शिवानंद पाण्डेय विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र एमएलके पीजी को अंगवस्त्र पहनाकर हार्दिक स्वागत व अभिनंदन किया साथ ही विद्यालय के छात्रों द्वारा मार्च पास्ट करते हुए सलामी देकर मुख्य अतिथि का हार्दिक स्वागत व अभिनंदन किया। विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक व मुख्य अतिथि ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर माल्यापर्ण कर द्धीप प्रज्जवलित किया। तत्पश्चात विद्यालय के प्रधानाचार्या सैयद इकलाख हुसैन, उप प्रधानाचार्या/प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, राघवेन्द्र त्रिपाठी सहित समस्त अध्यापक अध्यापिकाओं ने पुष्प अर्पित किया। साथ ही एकता दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा विद्यालय के प्रांगण में समस्त अध्यापक अध्यापिकाओं तथा छात्र-छात्राओं के साथ शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शपथ लिया कि मैं राष्ट्र की एकता, अखण्डता और सुरक्षा को बनाये रखने के लिए स्वयं को समर्पित करूंँगा करूँगी। जिसे लौह पुरूष सरदार बल्लभ भाई पटेल की दूरदर्शिता एवं कार्यों द्वारा संभव बनाया जा सका। मैं अपने देश की आन्तरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान करने का भी सत्यनिष्ठा से संकल्प करता हूँ /करती हूँ। इसी क्रम में मुख्य अतिथि ने छात्र-छात्राओं को लौह पुरूष सरदार बल्लभ भाई पटेल की दूरदर्शिता एवं कार्यों के बारे विस्तृत जानकारी दी। प्रबन्ध निदेशक ने बच्चों को बताया कि सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 गुजरात के नाडियाद में एक किसान परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम झवेरभाई और माता का नाम लाडबा देवी था। भारत में सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म दिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। सरदार वल्लभ भाई पटेल एक स्वतंत्रता सेनानी थे जो स्वतंत्रता के बाद भारत के पहले उप प्रधानमंत्री और गृहमंत्री बने थे। सरदार वल्लभ भाई पटेल की शिक्षा का प्रमुख स्त्रोत स्वाध्याय था। उन्होनें लंदन से बैरिस्टर की पढ़ाई की और उसके बाद पुनः भारत आकर अहमदाबाद में वकालत शुरू की। सरदार पटेल ने महात्मा गांधी से प्रेरित होकर स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया था। वह भारत की राजनीतिक एकता से समझौता करने के लिए तैयार नहीं थे और उन्होनें संघ के भीतर स्वतंत्र राज्यों के विचार को छेड़ा। अपनी फौलादी इच्छाशक्ति के कारण, उन्हें ‘‘भारत का लौह पुरूष‘‘ भी कहा जाता है। विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम, भाषण तथा कला प्रदर्शन का आयोजन किया गया। जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम के अन्तर्गत मरियम, सौम्या, श्रेया, रत्ना, श्रृष्टि, काव्या, अनुष्का ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत करके सभी का मन मोह लिया साथ ही अखण्ड भारत निर्माता नामक गीत पर एक समूह नृत्य प्रस्तुत हुआ जिसमें आराध्या, आस्था, श्रेयसी, सिमर, काव्या, रिद्धी, अनुष्का, पलक, आकृति, अनुष्का, सौम्या, मरियम, तनय, शशांक, आकर्ष, पुष्कर, अविरल व अभ्युदय ने बहुत सुन्दर नृत्य प्रस्तुत किया। भाषण के अन्तर्गत स्वरा, अनमोल, अनन्या, मयंक, आस्था, माशू, सांझ, संदेश, आदित्य, उत्कर्ष, अनामिका, अलंकृत एवं प्रीजोत ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के जीवन परिचय पर अपना-अपना विचार प्रकट किया। कला के अन्तर्गत तनय, आकर्ष, शशांक, मानविक, दिव्यांस, हसंराज, सिफा, यशवर्धन, रूसिदा, मानवी, मरियम, एस0के0 सौर्य, संस्कार, अवन्तिका, आस्था, आव्या, श्रृष्टि एवं रूद्र ने अपने-अपने कला का प्रदर्शन किया। अन्त में प्रबन्ध निदेशक ने आये हुए मुख्य अतिथि को स्मृतिचिन्ह प्रदान करते हुए सम्मानित किया । बच्चों द्वारा समूह नृत्य की प्रस्तुति को देखकर समस्त प्रतिभागिओं का उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य उप प्रधानाचार्या प्रधानाचार्य सहित समस्त अध्यापक अध्यापिकाओं नें छात्राओं के मनमोहक कार्यक्रम को देखकर सराहना की तथा बच्चों को प्रोत्साहित किया।
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