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प्रसव के उपरांत स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही से दो नवजात बच्चो की गई जान



■ नवजात बच्चों के परिजनों ने इस बाबत दिया थाना मेंहदावल में तहरीर


संतकबीरनगर। मेंहदावल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आये दिन अपने कारनामों से चर्चा में रहता है। कोई न कोई हादसा अस्पताल में होता रहता है। लेकिन जिम्मेदार लापरवाही से हुए हादसो पर कार्यवाही के नाम पर महज खानापूर्ति किया जाता है। इसी कड़ी में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के महिला वार्ड में प्रसव के लिए दो महिलाओं को लाया गया था। जिस बाबत इन महिलाओं का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के महिला कर्मियों द्वारा प्रसव कराया गया। लेकिन स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही से इन प्रसव के लिए आई महिलाओं ने अपने बच्चो को खो दिया। जिससे इस घटना से दुखित परिजनों ने मेंहदावल थाने में तहरीर दिया गया। बताते चले कि बीती रात पहले मामले में पीड़ित राम नारायन चौरसिया निवासी ग्राम कौलपुर पोस्ट नरायनपुर जिला संतकबीरनगर द्वारा थाने में तहरीर दिया गया कि जिसमे पीड़ित द्वारा बताया गया कि बीते 26 जुलाई 2019 की शाम 5 बजे अपनी बहू बीना पत्नी संतोष कुमार को प्रसव के लिए मेंहदावल अस्पताल में लेकर आये। जिसमे 26, 27 जुलाई की रात के 3 बजे में उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों सरिता, पिंकी, रोशनी के द्वारा महिला का प्रसव कराया गया और प्रसव के कुछ समय बाद ही सभी स्वास्थ्य कर्मी चले गए और नवजात बच्चे की देखरेख में कोई भी स्वास्थ्य कर्मी मौजूद नही था जिसके बाद मेरे द्वारा एक नंबर में डॉक्टर से पूछा गया तो उनके द्वारा बताया गया कि सभी स्वास्थ्य कर्मी पीछे है। इसी के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों के न होने से नवजात की मौत हो गई। इसके साथ ही बताया गया कि सारी दवाई बाहर से लाना पड़ा। इसी के साथ ही 24 घंटे के अंदर ही दूसरे मामले में भी स्वस्थ नवजात बच्चे की मौत हो गई। इसी प्रसव के दूसरे मामले में भी परिजन द्वारा मेंहदावल थाना में भी तहरीर दिया गया। जिसमें पीड़ित रामप्रकाश पुत्र रामकेवल ग्राम सेखुई पोस्ट भैसामाफी जिला सन्तकबीरनगर द्वारा तहरीर में बताया गया कि मेरे भाई की औरत कुसुम पत्नी विजय प्रकाश को प्रसव हेतु मेंहदावल अस्पताल में आज सुबह लगभग 9.30 बजे लाया गया। जिसके बाद अस्पताल मेरे भाई की औरत का प्रसव 1.10 पर हुआ। प्रसव में एक स्वस्थ बच्चा पैदा हुआ जिसका वजन 3.5 किग्रा था। प्रसव के उपरांत बच्चा रोया भी लेकिन स्टाफ के नर्स लोग नवजात बच्चे पर कोई ध्यान और समुचित इलाज नही दिया गया। जिससे इन स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही से नवजात बच्चे की मौत हो गई। इस मामले में भी स्वास्थ्य कर्मी सरिता, पिंकी, रोशनी के खिलाफ ही तहरीर परिजनों ने दिया और कार्यवाही की मांग पुलिस से किया गया।
दोनों के परिजनों द्वारा एक ही मामले में अलग अलग तहरीर देकर लापरवाह स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग किया गया।

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