अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय स्थित सेंट ज़ेवियर्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बुधवार को मॉक ड्रिल और प्रशिक्षण एयर स्ट्राइक के बाद युद्ध जैसी आपातकाल में वॉर साइरन की स्तिथि में सुरक्षित रहने और दूसरों को रखने का मॉक ड्रिल तथा जागरूकता सेमिनार आयोजित किया गया ।
7 मई को भारत द्वारा पकिस्तान मैं आतंकी ठिकानों पर किए एयर स्ट्राइक के बाद संभावित युद्ध की हालात में नागरिक सजगता और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सेंट ज़ेवियर्स स्कूल में वॉर इमरजेंसी मॉक ड्रिल और जागरूकता सेमीनार का आयोजन किया गया। शासन के निर्देशIनुसार यह ड्रिल किसी भी एयर स्ट्राइक के दौरान अलर्ट रहने, सेल्फ डिफेन्स और कम्युनिटी सेफ्टी की वैल्यू समझाने के उद्देश्य से किया गया।
ड्रिल के दौरान अचानक वॉर सायरन बजाया गया और बच्चों को सुरक्षित स्थान, भारी मेज़ के नीचे तक पहुंचना सिखाया गया । यह दिखाया गया कि किसी भी हवाई हमले या अन्य आपात स्थति में त्वरित प्रतिक्रिया देनी है । सभी विद्यार्थियों ने पूरी तत्परता और अनुशासन के साथ इसमें भाग लिया । आर्मी के एन सी सी ऑफिसर्स ने मार्गदर्शन किया I
सेमिनार में ब्लैकआउट की प्रक्रिया और तैयारी, हवाई हमले की चेतावनियों को पहचानना, वॉर सायरन सुनते ही घबराना नहीं है, बल्कि सुरक्षित जगह पर पहुंचना, आपातकालीन किट की तैयारी, टॉर्च को साथ रखना, सुरक्षित निकासी, सिविल डिफेन्स, वालंटियर्स या अधिकारीयों के निर्देशों का सख्ती से पालन करें, प्राथमिक चिकित्सा, भोजन, पानी, अफवाहों से बचाव, अफवाहों पर ध्यान न देना अनुशासन और मानसिक संतुलन बनाये रखना के विषय में जागरूक किया गया । प्रिंसिपल एम् ए रूमी ने बताया कि भविष्य की किसी भी आपात स्तिथि से निपटने के लिए यह तैयारी आवश्यक है । सिविल डिफेन्स मॉक ड्रिल न केवल प्रशिक्षण का अवसर है बल्कि नागरिकों में विषम परिस्थितयों में सहस और जागरूकता बढ़ाता है। सूबेदार मेजर बिनय घोष और हवलदार बी प्रमोद, ए एन एम लाईक अंसारी, समन्वयक आफ़ाक़ हुसैन, ने बच्चों को मॉक ड्रिल का प्रशिक्षण दिया। ख़ुशी शर्मा, विंध्य वासिनी और लाइब्रेरियन इंदु ने सहयोग किया ।